इतिहास के पन्नों में क्रिकेट के लिए भी बहुत से खास दिन है जिसने में आज का दिन एक है। आज 15 नवम्बर का दिन क्रिकेट इतिहास और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar Test Debut) के लिए बेहद खास है। आज से 30 साल पहले 16 साल के सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया था।
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सचिन ने पहली पारी में पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ 15 रन ही बना पाए थे। सचिन ने 24 गेंदों का सामना किया () और दो चौकों की मदद से 15 रन बनाए। पाकिस्तान की जिस टीम के खिलाफ सचिन ने पदार्पण किया था उसमें इमरान खान, वसीम अकरम, वकार युनिस जैसे घातक गेंदबाज थे। सचिन को जिस पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने बोल्ड किया वह भी अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहा था। वो गेंदबाज कोई और नहीं वकार यूनुस था। दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में सचिन ने इन्हीं वकार को दिखा दिया की वो रूकने वाले नहीं है और 59 रन बनाए। रन ज्यादा तो नहीं थे लेकिन सचिन ने बता दिया था कि आने वाला कल उनका है जिसे उस समय की पाकिस्तान टीम ने भी माना था।
सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट जगत में वो मुकाम हासिल किया जो किसी दूसरे खिलाड़ी को नहीं मिला। सचिन तेंदुलकर ने संन्यास लेने के बाद भी कायम है।1989 को 16 साल 205 दिन के सचिन ने कराची के नेशनल स्टेडियम में टेस्ट पदार्पण किया था। उस वक्त वह मुश्ताक मोहम्मद और आकिब जावेद के बाद सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाला तीसरा टेस्ट क्रिकेटर था। तब किसी ने सोचा नहीं होगा कि यह लड़का एक दिन ‘क्रिकेट का भगवान’ कहलाएगा।
ये संयोग ही है कि 2013 में सचिन ने अपने टेस्ट क्रिकेट की आखिरी पारी 15 नवंबर को ही खेली थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 नवंबर को शुरू हुए मुंबई टेस्ट के दूसरे दिन (15 नवंबर) सचिन 74 रन बनाकर लौटे। यानि जिस तारीख के साथ सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में आगाज किया उसी तारीख को टेस्ट क्रिकेट का आखरी मैच भी खेला।